Meri Gajale Mere Geet (मेरी ग़ज़लें मेरे गीत)
शुक्रवार, 12 अप्रैल 2024
वह कौन है जो पास भी और दूर भी
श्रृष्टि जिससे है घटित पर सृष्टि से जो दूर भी
जड़, गतिशील, तरल से है जगत
तत्व सारे है ये किससे
है किसने इन सब को घेरा
वह कौन है वह कौन है
है खोजता आदि से ही
हर प्रज्ञावान अब तक ,
पर प्रज्ञा दी है जिसने
ना उसे वह पा सका
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)