Meri Gajale Mere Geet (मेरी ग़ज़लें मेरे गीत)
रविवार, 3 अगस्त 2025
मित्रता दिवस की सभी मित्रो को शुभकामनाएँ
दिल के दरवाजे बंद रखोगे तो कैसे कोई वास करेगा
शर्मो हया से ढके रहे तो कैसे कोई आभास करेगा
अहंकार मे डूबे गर तो कैसे कोई विश्वास करेगा
सरल तरल निश्च्छल कर्मो से ही मीत हृदय पेंग भरेगा......
......... उमेश ......
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें