सोमवार, 17 फ़रवरी 2025

शिव स्तुति

हे शिव हे शंकर हे त्रिपुरारी
कोटिशः अभिनन्दन, हूं आभारी
वरदहस्त तेरा यूं शीश मेरे
कर कल्याण हर, हर पातक भारी ।

उमेश
१७ फरवरी २०१७

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