सोमवार, 21 अक्तूबर 2024

मीत सदा तुम गुंजन करना
भ्रमर बने बगिया में रहना
मीत सदा तुम गुंजन करना ।
भांति भांति की पुष्प लताएँ
भांति भांति के पुष्प कुंज हैं
 कलियां ना कुम्हलाने पायें
पुष्प बने सब वह गीत सुनाना

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