Meri Gajale Mere Geet (मेरी ग़ज़लें मेरे गीत)
सोमवार, 7 दिसंबर 2020
दो शेर
१
वो लिखते हैं लिख कर मिटा देते हैं ,
न जाने क्या है जो दिल में छिपा लेते हैं ၊
२
ख्वाब फूल हैं , न छिपा किताबों में तू
ज़र्द हो, दर्द की, दास्तां सुनने को ၊
उमेश ... ८.१२.२०
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