सोमवार, 20 जनवरी 2025

कब तलक चलेगी यारों,तेगे जुबां फिजूली
कुछ तो रहम बख्सो, वतन के नाम पर अब

.......उमेश

शुक्रवार, 10 जनवरी 2025

सलाम कर तुम भी कमाल करते हो
सलीके से रंजिश को तमाम करते हो ।
उमेश १०.०१.२४