देख तस्वीर तेरी हूक उठे कुछ कहने को
सहम जाता हूं कहीं , ठेस न लग जाये तुझे
.....उमेश
कहां से लाती हो तुम , ये बला सी अदायें
फुहारों सी भिगोती है वो,हम दिवाने हुए जाते हैं।.... उमेश
करीब से दिल के गुजर , मिलेंगे ही,चाहने वाले ।
दिल में उतर देख,क्या हैं वो फिक्र करने वाले ।
........उमेश
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