बुधवार, 26 जुलाई 2023

हूं अचम्भित देख कर
अट्टालिकाओं मे रुदन
जर्जरित नीड़ मे
खिलखिलाते चेहरे देख कर ।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें