शुक्रवार, 20 नवंबर 2020

चन्द भाव दिल के

               चन्द भाव दिल के             
                          १
होता तो है दर्द उन्हे भी जो दर्दो में ही पलते है  
 बेदर्द बन किसी को यूँ दर्द दिया ना करो ၊
                           २
सोचा था दूर होकर मैं भी  करूँगा याद
पर क्या करूँ की तुम तो दिल मे बसे हो मेरे ၊
                          ३
मेरे कदम दर कदम इक और भी कदम है 
जो कह रहे कि साथी अकेला नही तू राह में,
राह में तू रोड़े अब लाएगी क्या ऐ किश्मत
 मेरा प्यार चल रहा जब मददगार बन कर ၊
                           ४
मैने हर राह को मखमली सा ही पाया है,                      
तेरी ही चाहतो ने हर खार को हटाया है ၊
                           ५
दिनभर की थकान ले कर पहुचा जो घर पे मैं ,
तेरी इक तब्बस्सुम ने हर दर्द हर लिया ၊
                            ६
चुपके से तुमने भर दी गागर ऐ जिन्दगी
थोड़ा खाली जो रखती गागर,जान तो पाता क्या पाया है ၊.....

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