Meri Gajale Mere Geet (मेरी ग़ज़लें मेरे गीत)
बुधवार, 4 नवंबर 2020
मुक्तक
प्यासा हूं सरि तीर मैं
तकते हुए नीर
जलता हुआ जिगर
पर, होती नही है पीर ၊
. .उमेश
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