रविवार, 19 अक्टूबर 2025

शुभ दीपावली

शुम दीप जले शुभ दीप जले
दीपावली मंगल मय हो
आशीष रहे सब देवों का
दैवी शक्ति मंगलमय हों

दिल प्रफुलित हो मन शीतल हो
राम जगें हर जीवन में
सुख शान्ति धरा पर विखरें चहुंदिश
कलुष न रहे जीवन में

आकाश गंग की सप्त रश्मि
आशीष लिये उतरें धृ पर
उझास भरें नव प्राण भरें
हर प्राण जले दीपक बन के

अंधियार छटे उझास बढ़े
ज्यूं राम रमे हों हर तन में
यूं दीप बनें दीपोत्सव पर
ज्यूं राम हों आये हर मन में

दीप न जलाओ जग में अब तुम
स्व दीप बनो तो जग बदले
बाती तन घृत पंचविकार कर
स्व प्रकाश करो तो तम पिघले ।

उमेश कुमार श्रीवास्तव
सिग्नेचर सिटी
कटारा हिल्स, भोपाल
दिनांक : २०. १०. २५

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